मन लगाकर काम करने पर भी पता नहीं क्या हो जाता है कि काम समय पर पूरा ही नहीं हो पाता. अगर किसी तरह काम पूरा भी कर लूं, तो उसमें कुछ न कुछ ऐसी गलतियां हो जाती हैं कि बॉस संतुष्ट ही नहीं हो पाते. कितना भी काम करूं, पर उसका कुल-मिलाकर अंत अच्छा नहीं आता. यह समस्या है एक एडवरटाइजिंग कंपनी में काम कर रहे शेखर कुमार की.
वैसे, यह सिर्फ़ शेखर की समस्या नहीं है. बहुत से ऑफ़िस वर्कर ऐसी ही समस्या का सामना करते हैं. असल में
उन्हें समझना होगा कि सिर्फ़ मेहनत करने से कुछ नहीं होता. उन्हें स्मार्ट मेहनत की जरूरत होती है. आज के दौर में काम में मेहनत के साथ अगर स्मार्टनेस होगी, तभी आपकी वर्किंग लाइफ़ आसान हो पायेगी. नहीं तो मेहनत ज्यादा करते रहेंगे और नतीजा उससे कम मिलेगा.
1. काम को बखूबी पूरा करने के लिए जरूरी चीजों को समझे, उन तक पहुंचे. जिस प्रोजेक्ट पर काम चल रहा हो, उससे जुड़े हर पहलू पर नजर रखें. उसे अधिक से अधिक सूचनाप्रद बनाने की कोशिश करें.
2. काम शुरु करने से पहले उसका एक खाका तैयार करें. एक चीज को दो एंगल में या दो बार न लिखें, यह काम में गलती की वजह बन सकती है. इस तरीके को अपनाने से आप चीजों को भूलेंगे नहीं और जल्द से जल्द काम खत्म करते चले जाएंगे.
3. क्वालिटी पर खास ध्यान दें. काम निपटाने के लिए कोई शॉर्टकट न अपनाएं. थोड़ा-सा पैसा बचाने के लिए आसान ऑप्शन न अपनाएं.
4. अपने प्लान को फ़ॉलो करें. बेवजह उसमें फ़ेरबदल न करें. प्लानिंग के मुताबिक चलें. जब बहुत जरूरत हो, तो ही उसमें कुछ बदलाव करें. बार-बार प्लान बदलने से कंफ्यूजन हो सकता हैं. हां, अगर कोई चीज काम की क्वॉलिटी के साथ फ़िट नहीं बैठ पा रही हैं, तो उसमें जरूरी बदलाव लायें. वैसे, काम की बेहतरी के लिए फ्लैक्सिबिल बनने में कोई बुराई नहीं है.
5. सामने वाले की भी बात सुनें. हो सकता है वह आपको कोई सही सलाह दे रहा हो. उसको अच्छी तरह समझकर अपनाने की कोशिश करें.
6. कई बार डेडलाइन के प्रेशर के चलते काम को स्मार्ट तरीके से निपटाना बेहद मुश्किल हो जाता है. ऐसे में जरूरी है बैलेंस बनाकर चलने की. अगर आपको लगता है कि इस काम में दो हफ्ते लगेंगे तो पहले से ही सीनियर्स को बता दें. इससे आप पर किसी तरह का प्रेशर नहीं रहेगा और आप काम को सही तरह से कर पायेंगे.
7. अपने प्लान पर टिके रहें. कई बार आप पर बॉस अपने मुताबिक काम करने के लिए प्रेशर डालते हैं. ऐन मौके पर किसी के मुताबिक अपना प्लान चेंज न करें. पहले उनके लॉजिक को अच्छी तरह समझे, उसके बाद ही उस पर काम करें.
8. निर्धारित समय के मुताबिक काम पूरा करें. बॉस को यह विश्वास दिलाएं कि आपने जो कहा है वह आप पूरा करेंगे. इसके लिए प्लानिंग के अनुसार काम को अंजाम देना बेहद जरूरी है.
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